हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस हाईकमान 11 महीने से नया अध्यक्ष और संगठन नहीं बना पाया। कांग्रेस के सीनियर नेता इसका ठीकरा पार्टी हाईकमान पर फोड़ रहे हैं। ‘दैनिक भास्कर एप’ से खास बातचीत में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विप्लव ठाकुर ने कहा- संगठन के बगैर कांग्रेस डेडवुड हो गई है। कहने को तो कांग्रेस है लेकिन इसकी शाखाएं सूख चुकी है। हिमाचल में कांग्रेस से छह बार की विधायक एवं पूर्व मंत्री आशा कुमारी ने भी हाईकमान को खूब खरी खोटी सुनाई। उन्होंने कहा- प्रदेश में संगठन कहां रह गया है? संगठन बनाने में जितनी देरी हो रही है, नुकसान उतना अधिक हो रहा है। पार्टी वर्कर मायूस हैं। किसी को कहीं सुनवाई नहीं हो रही। हाईकमान फिर भी गंभीर नजर नहीं आ रहा। संगठन न होने से क्या-क्या परेशानियां आ रही? पंचायत-निकाय चुनाव को ध्यान में रखा जाए: ठाकुर
पूर्व मंत्री ठाकुर रामलाल ने कहा- संगठन बनाने में बहुत देरी हो गई है। आगामी पंचायत और निकाय चुनाव को देखते हुए हाईकमान को जल्दी संगठन बना देना चाहिए। इनसे पहले मौजूदा सरकार में कैबिनेट मंत्री चंद्र कुमार भी संगठन को पैरालाइज्ड बोल चुके हैं। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी कई बार संगठन जल्दी बनाने की मांग कर चुकी है। सीएम सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और दूसरे कांग्रेस नेता भी जल्दी संगठन बनाने का आग्रह कर चुके हैं। अब पढ़ें.. संगठन भंग करने से लेकर बनाने तक की प्रक्रिया.. पार्टी वर्कर चिंतित क्यों?
प्रदेश में डेढ़ से दो महीने बाद कभी भी पंचायत व नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज सकता है। नगर निगम के इलेक्शन पार्टी चिन्ह पर होते हैं। ऐसे में कांग्रेस नेता संगठन नहीं होने से चिंतित है। धरातल पर पार्टी की सभी गतिविधियां बंद पड़ी है। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में 11 महीने से सन्नाटा पसरा है। पार्टी वर्कर इससे मायूस है। हाईकमान के कार्यक्रम ग्राउंड तक नहीं पहुंच रहे
पार्टी हाईकमान के कार्यक्रम का हिमाचल में पालन नहीं हो रहा। कांग्रेस ने देश के कई राज्यों में वोट चोर अभियान को घर-घर व गांव-गांव पहुंचाया। मगर हिमाचल में कांग्रेस सरकार होने के बावजूद इस अभियान के तहत कांग्रेस मुख्यालय में केवल एक दिन चंद लोगों ने कुछ देर को धरना देकर औपचारिकता पूरी की।