{पुष्पा शर्मा -ब्यूरो न्यूज़ प्लस } – कुल्लू के उपायुक्त यूनुस ने आम नागरिकों विशेषकर स्कूली बच्चों का आह्वान किया कि वातावरण को साफ-सुथरा बनाने तथा अपने-आप को स्वस्थ रखने के लिए अपनी दिनचर्या में प्लास्टिक का किसी भी रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। इससे न केवल पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, बल्कि मनुष्य व अन्य प्राणियों के जीवन को भी खतरा उत्पन्न हो रहा है। यूनुस आज पर्यावरण सरंक्षण के अवसर पर कुल्लू के प्रसिद्ध ढालपुर मैदान में स्कूली बच्चों को प्लास्टिक का उपयोग न करने से संबंधित शपथ दिलाने के उपरांत संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बच्चे देश के भावी नागरिक हैं और यह आवश्यक है कि हम विरासत में बच्चों को एक स्वस्थ वातावरण प्रदान करें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे कूडे-कचरे के उपयुक्त निदान में अपनी सक्रिय भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे यदि अपने आप किसी प्रकार के प्लास्टिक का प्रयोग नहीं करते हैं तो इस सूरत में वे इस संदेश को दूसरों तक भी प्रभावी ढंग से पहुंचाने की क्षमता रखते हैं। उपायुक्त ने लोगों से प्लास्टिक के स्थान पर कागज़ अथवा कपडे़ के थैलों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि लोग प्लास्टि रैपर्ज़ को प्रायः हर कहीं पर फैंक देते हैं और ऐसा कृत्य अनैतिक भी है और पाप भी। ऐसा करके हम जहां अपने बच्चों के अस्वस्थ भविष्य को न्यौता दे रहे हैं, वहीं पशु-पक्षी व लाखों जीव-जंतु भी इसे खाकर काल का ग्रास बन सकते हैं। इसके उपरांत, यूनुस ने स्कूली बच्चों की रैली को ढालपुर मैदान से रवाना किया जो बाजार की परिक्रमा करते हुए लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक का प्रयोग न करने से संबंधित संदेश दे रही थी। वहीं दूसरी और दूकानदार रेहड़ी फड़ी वाले धनाधन प्लास्टिक में पेकिंग सामान बेचते हुए पाए गए।जैसे बिस्कुट ,कुरकरे ,नमक ,चिप्स ,दालें ,बासमती चावल ,जूस की बोतल ,पानी की बोतल ,इत्यादि। हमारे डी.सी.यूनुस से अनुरोध है की पहले वो इन पैकिंग को हिमाचल से और कुल्लू की धरती से हटाने की कोशिश करें तब जा कर ऐसी रैली सर्तक हो सकती है। बच्चों और अभिभाबकों का क्या कसूर हर सामान प्लास्टिक पैकिंग में पैक हो कर पहुंचता है जब तक यह प्रक्रिया खत्म नहीं होगा तब तक ऐसी रैली से क्या लाभ।